राज बेडरूम में खड़ी खिड़की से झाँककर प्रिया को कपड़े उतारते देख रहा था। उसकी आँखें उसकी घनी कर्वी काया पर ठिठकी हुई थीं, जिससे उसका मोटा लंड पैंट में तन गया। प्रिया, जो नई और उत्सुक थी, अनजान में अपने ब्लाउज की बटन खोल रही थी, उसके गोल गोल स्तन झूम रहे थे।
राज की साँसें भारी हो गईं, उसका दिमाग बस उसकी चूत को चोदने के ख्याल से भर गया। वह अचानक कमरे में घुसा और उसकी कमर को कसकर पकड़ लिया। ‘साली रंडी, तूने मुझे ऐसे उकसाया है,’ राज ने गुर्राते हुए कहा, उसकी मज़बूत पकड़ से प्रिया की साँसें रुक गईं।
वह चौंकी, लेकिन उसकी आँखों में एक उत्सुक चमक थी। ‘जिजा जी, क्या कर रहे हैं?’ उसने फुसफुसाते हुए पूछा, उसकी आवाज़ में डर और उत्तेजना मिक्स थी। राज ने उसकी कमर को और ज़ोर से दबाया, उसके नरम गधे को अपनी जांघ से रगड़ते हुए। ‘तूझे चोदना है, बस इतना ही,’ उसने कहा, और उसे बिस्तर पर धक्का देक दिया।
प्रिया बिस्तर पर गिर पड़ी, उसकी स्कर्ट ऊपर हो गई, जिससे उसकी गीली चूत नज़र आने लगी। राज ने जल्दी से अपनी पैंट उतारी, उसका लंबा मोटा लंड बाहर आ गया, जो पहले से ही लीक कर रहा था। ‘अब देख तूझे कैसे चोदता हूँ,’ उसने कहा, और उस पर चढ़ गया।
उसने उसकी जांघों को फैलाया और एक ज़ोरदार धक्का मारकर अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया। प्रिया की चीख निकल गई, ‘अह! जिजा जी, धीरे!’ लेकिन राज को क्या फर्क पड़ता, वह जोर से pumping करने लगा, उसकी चूत को रगड़-रगड़कर। हर धक्के के साथ प्रिया के स्तन ऊपर-नीचे हो रहे थे, और वह जोर-जोर से moan कर रही थी।
‘हाँ, और जोर से, चोदो मुझे,’ उसने सिसकी, उसकी उंगलियाँ चादर को कसकर पकड़ लीं। राज ने उसकी बात सुनी और और तेज़ी से thrust करने लगा, उसका लंड उसकी चूत में अंदर-बाहर हो रहा था, गीला साउंड निकल रहा था। उसकी गर्म साँसें प्रिया के चेहरे पर पड़ रही थीं, और वह सोच रहा था कि कितनी अच्छी लग रही है ये रंडी।

‘तूझी चूत कितनी tight है, साली,’ राज ने कहा, उसकी आवाज़ में खुशी थी। प्रिया के शरीर में लहरें दौड़ रही थीं, उसकी चूत में हर झटके से आग लग रही थी। ‘मुझे आने वाला है, जिजा जी,’ उसने फुसफुसाया, उसकी आँखें बंद हो गईं। राज ने और ज़ोर से pounding किया, उसका लंड गहराई तक जा रहा था, उसकी गेंदें प्रिया के गधे से टकरा रही थीं। वह खुद को रोक नहीं पा रहा था, ‘लो, ले ले, तूझे चोद रहा हूँ,’ उसने चिल्लाया।
प्रिया की चीखें बढ़ गईं, कमरे में सिर्फ़ सेक्स की आवाज़ें थीं—धड़धड़, सिसकी, और गीले स्लैपिंग साउंड्स। राज महसूस कर रहा था कि वह जल्दी ही cum करने वाला है, लेकिन उसने धीमा नहीं किया, बस और गहरा घुसा दिया। वह सब जारी रहा, प्रिया के शरीर में कंपकंपी आ रही थी, और राज का दिमाग बस उसी पल में खोया हुआ था। ‘अभी और चोदूँगा तुझे,’ उसने कहा, उसकी आवाज़ में वादा था, जैसे ये रात अभी ख़त्म नहीं हुई है।
राज प्रिया की गीली चूत में और गहराई से धक्के मार रहा था, उसका मोटा लंड हर झटके के साथ अंदर तक घुस रहा था। प्रिया की साँसें भारी हो गईं, उसकी आँखों में आंसू थे, लेकिन वो दर्द और खुशी का मिक्स था जो उसे और उत्तेजित कर रहा था।
‘हाँ, जिजा जी, और जोर से चोदो,’ प्रिया ने सिसकी, उसकी उंगलियाँ बिस्तर की चादर को मरोड़ रही थीं। राज का पसीना टपक रहा था, उसकी मज़बूत पकड़ से प्रिया का शरीर हिल रहा था, और वो गहरे से घुसा रहा था, जैसे उसकी चूत को फाड़ डालना चाहता हो। प्रिया के शरीर में कंपकंपी शुरू हो गई, उसकी चूत सिकुड़ रही थी, और अचानक वो जोर से चीख उठी।
‘अह! आ रही हूँ, जिजा जी!’ उसकी आवाज़ कमरे में गूँज गई, जैसे बिजली का करंट दौड़ गया हो। उसका ऑर्गैज़्म इतना तेज़ था कि उसकी पैंटी भिगो गई, और उसकी टाँगें कांपने लगीं। राज ने मुस्कुराते हुए और ज़ोर से thrust किया, उसका लंड प्रिया की गीली दीवारों से रगड़ खा रहा था, और वो महसूस कर रहा था कि उसकी चूत कितनी tight और गरम है।

‘लो, साली, तूझे चोद रहा हूँ, अब तेरा पानी निकाल दूँगा,’ राज ने गुर्राया, उसकी साँसें प्रिया के कान में पड़ रही थीं। फिर राज ने अचानक प्रिया को पलट दिया, उसका शरीर बिस्तर पर उलट गया, और उसका गोल गधा हवा में उठ गया। ‘अब देख तूझे कैसे हांकता हूँ,’ उसने कहा, और अपनी हथेली से उसकी नरम गांद पर जोरदार थप्पड़ मारा।
प्रिया की चीख निकली, ‘ओह! जिजा जी, दर्द हो रहा है,’ लेकिन उसकी आवाज़ में वो उत्तेजना थी जो राज को और भड़का रही थी। उसका गधा लाल हो गया, और राज ने उस पर फिर से थप्पड़ मारे, हर थप्पड़ के साथ प्रिया के शरीर में लहरें दौड़ रही थीं। ‘तू रंडी है, बस चुदवाने के लिए बनी है,’ राज ने कहा, उसकी आवाज़ में कंट्रोल था, लेकिन उसकी आँखों में जंग थी।
अब राज ने प्रिया को घोड़ी बनाकर पीछे से घुसना शुरू किया। उसने उसकी कमर पकड़ी और अपना लंड उसकी चूत में घुसाया, लेकिन इस बार और गहराई से, जैसे उसकी गांद तक पहुँच जाना चाहता हो। ‘चोदो, जिजा जी, पीछे से चोदो,’ प्रिया ने फुसफुसाया, उसकी साँसें तेज़ हो गईं। राज जोर-जोर से पंपिंग कर रहा था, उसका लंड अंदर-बाहर हो रहा था, और गीले स्लैपिंग साउंड्स कमरे को भर रहे थे।
प्रिया के स्तन बिस्तर पर रगड़ रहे थे, और वो हर धक्के पर moan कर रही थी, ‘हाँ, और तेज़, फाड़ दो मुझे।’ राज की गेंदें प्रिया के गधे से टकरा रही थीं, और वो खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था। ‘तेरी चूत कितनी अच्छी लगती है, साली,’ उसने कहा, उसकी आवाज़ भारी थी।
वे दोनों पसीने में नहाए हुए थे, कमरा सेक्स की गंध से भरा हुआ था। प्रिया का शरीर थक गया था, लेकिन वो रुकना नहीं चाहती थी, और राज भी नहीं। अचानक, प्रिया की चूत फिर से सिकुड़ गई, और वो जोर से चीखी, ‘आ रहा है, सब कुछ!’ राज महसूस कर रहा था कि वो भी आने वाला है, उसका लंड फटने जैसा लग रहा था।

‘हाँ, साथ में आओ, रंडी,’ उसने चिल्लाया, और आखिरी धक्कों के साथ वो गहराई तक घुस गया। वे दोनों एक साथ क्लाइमैक्स पर पहुँच गए, प्रिया की चूत से पानी निकल रहा था, और राज का लंड उसमें उड़ेल रहा था। उनके शरीर आपस में चिपके हुए थे, साँसें मिली हुईं, लेकिन रात अभी ख़त्म नहीं हुई थी, बस एक पॉज़ था।